Human Metapneumovirus : भारत में तेजी से फैल रहा है वायरस Human Metapneumovirus (HMPV), जो की मुख्य रूप से छोटे बच्चों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को प्रभावित कर रहा है। देश के कई राज्यों में इस वायरस के कुछ मामले सामने आ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञ सतर्क हो गए हैं।
Human Metapneumovirus से असम में 10 महीने का बच्चा संक्रमित

असम में Human Metapneumovirus वायरस का पहला मामला दर्ज किया गया है।असम राज्य के डिब्रूगढ़ स्थित असम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (AMCH) में 10 महीने के एक बच्चे में इस वायरस की पुष्टि की गई है। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. ध्रुव ज्योति ने बताया कि बच्चे में खांसी व बुखार जैसे लक्षण थे, परीक्षण के बाद HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई, फिलहाल बच्चा अस्पताल में भर्ती है और उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।
भारत में HMPV के कुल 16 मामले: कहां-कहां फैला वायरस ?

देशभर में Human Metapneumovirus के अभी तक कुल 16 मामले सामने आए हैं। सबसे अधिक 4 केस गुजरात में दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में 3 , कर्नाटक व तमिलनाडु में 2-2, और उत्तर प्रदेश, राजस्थान, असम, बंगाल व पुडुचेरी में 1-1 मामला सामने आया है।
गौरतलब है कि HMPV का पहला मामला कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पाया गया था, जहां 8 महीने की एक बच्ची इस वायरस से संक्रमित हुई थी ।
क्या है Human Metapneumovirus ?

Human Metapneumovirus (HMPV) एक ऐसा वायरस है जो की श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है, यह मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों व कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को अपना शिकार बनाता है। 2001 में खोजे गए इस वायरस का संबंध श्वसन सिंकिटियल वायरस (RSV) से है।
क्या है HMPV के लक्षण:
- सामान्य सर्दी और खांसी
- बुखार
- गले में खराश
- घरघराहट
- सांस लेने में कठिनाई
गंभीर मामलों में यह ब्रोंकाइटिस, निमोनिया और अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है।
कैसे फैलता है HMPV ?
HMPV मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से हवा में फैले वायरस कणों के जरिए फैलता है। इसके अलावा, संक्रमित सतहों को छूने के बाद अपने चेहरे, मुंह या आंखों को छूने से भी संक्रमण हो सकता है।
Human Metapneumovirus बचाव के उपाय:
- हाइजीन का ध्यान रखें: हाथों को साबुन और पानी से नियमित रूप से धोएं।
- भीड़भाड़ से बचें: संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- मास्क पहनें: खासकर बंद जगहों पर।
- इम्यूनिटी बढ़ाएं: पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम से अपनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाएं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ क्या कहते हैं ?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि HMPV के मामलों में वृद्धि चिंताजनक है, लेकिन समय पर सावधानी और उचित इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
क्या है सरकार की तैयारी ?
भारत सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। विभिन्न राज्यों में इस वायरस की पहचान के लिए परीक्षण की सुविधा बढ़ाई जा रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सकारात्मक पहलू :
अब तक के मामलों में यह देखा गया है कि अधिकतर संक्रमित मरीज इलाज के बाद ठीक हो रहे हैं। असम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने भी बताया कि संक्रमित बच्चा तेजी से ठीक हो रहा है।
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Human Metapneumovirus (HMPV) का प्रसार भारत में एक नई चुनौती के रूप में उभरा है, लेकिन इसे रोकने के लिए व्यक्तिगत सावधानियां और जागरूकता बेहद जरूरी हैं। यह वायरस फिलहाल सीमित संख्या में ही फैला है, लेकिन समय रहते सावधानी बरतने से इसके प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है।
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