Mamta Kulkarni : 90 के दशक में बॉलीवुड की कई एक्टर ने अपनी खूबसूरती और दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज किया है . इन्हीं में से एक नाम था Mamta Kulkarni का, जिनकी बोल्ड छवि और दमदार अभिनय को भुला पाना आज भी बहुत मुश्किल है. एक समय था जब Mamta Kulkarni हर दूसरे सुपरस्टार की फिल्म की पहली पसंद हुआ करती थीं.
सलमान खान, आमिर खान और अक्षय कुमार जैसे बड़े सितारों के साथ काम कर चुकीं है ,ममता ने अचानक ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया है . और अब, इतने वर्षों बाद, ममता कुलकर्णी ने फिर से सुर्खियों में वापसी की है, लेकिन इस बार वह एक अलग ही अंदाज और पहचान के साथ नजर आ रही हैं.
Mamta Kulkarni ने ग्लैमर छोड़कार अपनाया है अध्यात्म का रास्ता
24 जनवरी 2025 को Mamta Kulkarni ने महाकुंभ के अवसर पर किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर की उपाधि ग्रहण की. वे भगवा वस्त्र धारण किए है , गले में रुद्राक्ष की माला पहने है , और चेहरे पर संतोष और शांति का भाव लिए, ममता कुलकर्णी का यह नया रूप सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना हुआ है. अब उन्हें ममता नंद गिरी के नाम से जाना जाएगा.

ममता कुलकर्णी ने यह बताया कि महामंडलेश्वर बनने का यह फैसला महाकाल और आदिशक्ति की प्रेरणा से लिया गया है. उन्होंने यह कहा, की “यह सब ईश्वर की इच्छा थी. जब मुझे यह जिम्मेदारी लेने का प्रस्ताव मिला है , तो मैंने एक दिन का समय लिया और फिर सोचा कि क्या मुझे यह स्वीकार करना चाहिए.
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जब मुझे पता चला कि किन्नर अखाड़े में किसी भी प्रकार की बंदिशें नहीं हैं और यहां पूर्ण स्वतंत्रता के साथ अध्यात्म की साधना भी की जा सकती है, तो मैंने तुरंत ही इस पवित्र मार्ग को अपनाने का निश्चय कर लिया.”
Mamta Kulkarni का विवादों से लेकर अध्यात्म तक का सफर
बॉलीवुड में Mamta Kulkarni का करियर जितना चमकदार था, उतना ही उनका निजी जीवन विवादों में भी घिरा रहा है . उनके नाम को ड्रग्स केस व कई अन्य विवादों से भी जोड़ा गया था , जिसके कारण से उन्हें भारत छोड़ कर जाना पड़ा था . लगभग 24 साल तक वह भारत से दूर रहीं और इस दौरान उन्होंने अपने जीवन में भी कई बदलाव किए है .
ममता ने यह कहा की ,”महामंडलेश्वर बनने की उनकी यह यात्रा किसी विश्वविद्यालय की डिग्री हासिल करने जैसा है. जब आप किसी विषय में मास्टरी कर लेते हैं, तो आपको एक प्रमाणपत्र मिलता है. ठीक वैसे ही, यह उपाधि 23 साल की साधना और तपस्या का पुरस्कार है.”
Mamta Kulkarni ने किया महाकुंभ में साधना और पिंडदान
महाकुंभ में Mamta Kulkarni ने न केवल महामंडलेश्वर की उपाधि ग्रहण की है , बल्कि अपने पूर्व जीवन का पिंडदान भी किया है . उन्होंने इस कर्म को अपने पिछले जीवन को छोड़कर नए अध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ने का रास्ता बताया है .
ममता कुलकर्णी ने कहा है की , “यह एक नई शुरुआत है. मैं यहां कुछ दिनों तक यहा कल्पवास करूंगी और फिर ईश्वर की साधना में लीन रहूंगी. मेरे लिए अब यह मार्ग ही सर्वोपरि है.”
Mamta Kulkarni का नया नाम और नई पहचान
अब Mamta Kulkarni का नाम ममता नंद गिरी हो गया है. उनका कहना है कि वह अब पूरी तरह से आध्यात्मिक जीवन बिताएगी और बॉलीवुड में वापसी की कोई भी योजना अभी नहीं है. भगवा वस्त्र और शांत भाव से उनका यह नया अवतार हर किसी को यह संदेश देता है कि जीवन में कभी भी नया रास्ता चुना जा सकता है.
सोशल मीडिया पर चर्चा
सोशल मीडिया पर Mamta Kulkarni के इस नए रूप को लेकर खूब चर्चा हो रही है. उनके कई फैंस जहां एक ओर उनके इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं,तो वहीं कई लोग उनकी इस नए जीवन को लेकर सवाल भी उठा रहे हैं. हालांकि, ममता का यह कहना है कि उन्होंने यह निर्णय किसी बाहरी दबाव में नहीं, बल्कि अपनी आंतरिक शांति और अध्यात्मिक जागृति के चलते लिया है.
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Mamta Kulkarni ने क्यों चुना किन्नर अखाड़ा?
Mamta Kulkarni ने किन्नर अखाड़ा को चुनने के पीछे की वजह भी शेयर की है . उन्होंने यह बताया कि किन्नर अखाड़ा स्वतंत्रता और समावेशिता का एक प्रतीक है. यहां पर किसी भी प्रकार की पाबंदी नहीं है और सभी को समान दृष्टि से देखा जाता है. उन्होंने कहा, “यहां धार्मिक और आध्यात्मिक साधना के लिए जो माहौल है, वह मुझे बहुत ही प्रेरणादायक लगा. यही कारण है कि मैंने इस अखाड़े का हिस्सा बनने का निर्णय लिया है .”
Mamta Kulkarni : ग्लैमर से अध्यात्म तक का सफर
Mamta Kulkarni का जीवन इस बात का प्रमाण है कि इंसान का जीवन किसी भी मोड़ पर नई दिशा ले सकता है. जहां एक समय वह बॉलीवुड की सबसे ग्लैमरस अभिनेत्रियों में शुमार थीं, वहीं अब वह आध्यात्मिकता की राह पर चल निकली हैं. उनका यह सफर बहुत प्रेरणादायक है और यह संदेश भी देता है कि जीवन में वास्तविक शांति और संतोष ग्लैमर या फिर दौलत में नहीं है , बल्कि आत्मज्ञान और ईश्वर के प्रति समर्पण में है.
Mamta Kulkarni का यह परिवर्तन न केवल उनके फैंस के लिए, बल्कि हर उस इंसान के लिए प्रेरणा दायक है जो अपने जीवन में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है. उनका कहना है की , ” यह मेरी खुद की यात्रा है, और मैं इसे पूरी शांति व समर्पण के साथ आगे बढ़ाना चाहती हूं.”
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