NPCI ने हाल के दिनों में, ‘जंप्ड डिपॉजिट’ स्कैम को लेकर मीडिया में कई तरह की खबरें आ रही है , जिसने लोगों में डर तथा भ्रम पैदा कर दिया है इस संबंध में नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा है कि इस स्कैम को लेकर जो दावे किए गए हैं, उनमें कई तकनीकी गलतफहमियां हैं , NPCI ने यह दोहराया कि UPI प्रणाली पूरी तरह सुरक्षित तथा भरोसेमंद है , और इस तरह की किसी भी धोखाधड़ी की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
क्या कहना है? NPCI का –

NPCI ने स्पष्ट किया है कि UPI के माध्यम से किसी भी लेन देन के लिए उपयोगकर्ता की सहमति और UPI पिन अनिवार्य होता है, मात्र केवल ऐप खोलने से कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं होता है । UPI उपयोगकर्ता का खाता उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और डिवाइस से सुरक्षित रूप से जुड़ा हुआ होता है, इसलिए किसी बाहरी व्यक्ति के लिए लेन देन करना असंभव है।
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NPCI ने यह भी बताया है कि UPI की सुरक्षा प्रणालियां इतनी मजबूत हैं कि कोई भी अनाधिकृत पार्टी सीधे आपके खाते से धनराशि निकालने में सक्षम नहीं होती है। उपयोगकर्ता को हर लेन देन के लिए पिन डालकर इसे स्वयं ही मैन्युअली स्वीकृत करना होता है।
‘ जंप्ड डिपॉजिट ’ स्कैम क्या है ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्रकार के स्कैम में धोखेबाज पहले उपयोगकर्ताओं के खातों में छोटी छोटी धनराशि जमा करते हैं, इसके बाद वे मनोवैज्ञानिक रणनीतियों का उपयोग कर बड़ी भुगतान अनुरोधों को स्वीकृत कराने की कोशिश करते रहते हैं, NPCI ने इन दावों को खारिज करते हुए यह कहा कि UPI प्लेटफ़ॉर्म पर ऐसी कोई धोखाधड़ी सामने नहीं आई है।

NPCI ने यह कहा, ” कई बार उपयोगकर्ताओं की UPI प्रक्रिया की सीमित जानकारी का लाभ उठाकर उन्हें झांसा दिया जाता है, उपयोगकर्ता यह समझने में गलती कर बैठते हैं कि पिन डालने से केवल उनका बैलेंस चेक होता है, जबकि यह प्रक्रिया वास्तव में भुगतान को स्वीकृति प्रदान करती है “
UPI की सुरक्षा को लेकर 3 प्रमुख स्पष्ट बाते
NPCI ने UPI उपयोगकर्ताओं को भ्रमित करने वाले तकनीकी के पहलुओं पर भी स्पष्टत बाते बताई है :
- लेन देन के लिए पिन अनिवार्य है-
UPI या बैंक ऐप खोलने से कोई लेन देन स्वीकृत नहीं होता है । उपयोगकर्ता को ‘ पेमेण्ट रिक्वेस्ट ’ पर क्लिक करना होता है और फिर UPI पिन डालकर उसे एकसेप्ट करना होता है। - कोई भी बाहरी पार्टियां धनराशि नहीं निकाल सकतीं
UPI प्रणाली एक डिवाइस आधारित भुगतान प्रणाली है और खाता केवल उपयोगकर्ता के पंजीकृत नंबर तथा मोबाइल से जुड़ा होता है। - आपका बैलेंस व और भुगतान अलग प्रक्रियाएं हैं
बैलेंस चेक के लिए पिन डालना अनिवार्य होता है, लेकिन फिर भी यह किसी भुगतान अनुरोध को स्वीकृति नहीं देता है , भुगतान , बैलेंस चेकिंग दो अलग अलग प्रक्रियाएं हैं।
NPCI का उपयोगकर्ताओं को मेसेज

NPCI ने कहा है कि UPI की रीयल-टाइम क्षमता और इंटरऑपरेबिलिटी ने डिजिटल भुगतान को सरल तथा लोकप्रिय बनाया है, और सभी उपयोगकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि UPI की मजबूत सुरक्षा प्रणाली उनके खातों को सुरक्षित रखती है।
सावधान रहें, सुरक्षित रहें
कई राज्यों की पुलिस ने भी उपयोगकर्ताओं को सचेत किया है कि धोखेबाज छोटे छोटे डिपॉजिट करके उन्हें भ्रमित करने की कोशिश कर सकते हैं, और उपयोगकर्ताओं को UPI से जुड़े नियमों और प्रक्रियाओं को समझने व सतर्क रहने की समझाइश दी है।
NPCI ने दोहराया कि UPI प्रणाली पर उपयोगकर्ता भरोसा कर सकते हैं। UPI के माध्यम से लेनदेन न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में क्रांति लेकर आया है।

UPI का उपयोग करते समय सतर्क व सावधान रहें, केवल सही ट्रांजेकसन को ही स्वीकृत करें, और अपना UPI पिन कभी किसी के साथ भी शेय न करें। NPCI की ओर से जारी यह संदेश उपयोगकर्ताओं को डिजिटल भुगतान की सुरक्षित और सुविधाजनक सुविधा का आनंद लेने के लिए प्रेरित करता है।
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