Tsunami warnings : जापान में सोमवार की रात को दक्षिण पश्चिमी जापान में एक शक्तिशाली 6.8 मैग्नीट्यूड के भूकंप व Tsunami चेतावनी को जारी की गयी , जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि इस भूकंप के बाद लगभग 1 मीटर ( लगभग 3 फीट) तक की ऊंची Tsunami लहरों का खतरा हो सकता है, इस चेतावनी के बाद, प्रभवित क्षेत्र की जनता से समुद्री क्षेत्रों से दूर रहने की अपील व जरूरी सावधानी बरतने के लिए कहा गया है ।
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भूकंप का केन्द्र ‘क्यूशू द्वीप’ के मियाज़ाकी प्रान्त के तट से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित था व इसकी गहराई लगभग 36 किलोमीटर थी, (USGS) जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप की घटना की स्थानीय समय के अनुसार रात 9:19 बजे (GMT 12:19 बजे) हुई, इसके तुरंत बाद, JMA ने सुनामी की संभावना के बारे में चेतावनी को जारी किया गया और स्थानीय निवासियों से यह अपील की कि वे तटीय क्षेत्रों से दूर रहें।

इस दौरान, दो छोटे Tsunami की घटना को भी दर्ज किया गया ,जिनकी ऊंचाई करीब 20 के सेंटीमीटर के लगभग थी, ये लहरें मियाज़ाकी प्रान्त के दो बंदरगाहों में पाई गईं, हालांकि इस भूकंप से किसी प्रकार का कोई बड़ा नुकसान या जान माल का कोई भी नुकसान नहीं पाया गया , जापान की प्रमुख मीडिया रिपोर्ट्स व NHK की लाइव ब्रॉडकास्ट में भी यह दिखाया गया कि समुद्र शांत था और वहां सामान्य जीवन सामान्य स्टार से चलता रहा।

जापान भूकंपों की दृष्टि से दुनिया के सबसे सक्रिय देशों में से एक जाना जाता है, क्योंकि यह ” रिंग ऑफ फायर ” के ऊपर स्थित है, जो की चार प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटों का संगम है. देश में हर साल औसतन 1,500 भूकंप आते हैं, जिनमें अधिकांश हल्के होते हैं, फिर भी, भूकंप का असर स्थान व उसकी गहराई के हिसाब से अलग हो सकता है।

हालांकि, सोमवार के भूकंप में ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा, लेकिन जापान के लोग 2011 में हुए भूकंप और Tsunami की काली यादों को भूल नहीं पाए हैं, जिसमें करीब 18,500 लोग मारे गए थे, इस घटना के बाद, कई जगहों पर भयंकर तटीय लहरें आईं व फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में भी आपातकालीन स्थिति उत्पन्न हुई थी.

जापान की सरकार भूकंप और सुनामी से निपटने के लिए नियमित रूप से आपातकालीन अभ्यास करती है और इसके निर्माण नियम इस तरह के प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए सही तरीके से बनाए गए है , इसके बावजूद इन प्राकृतिक घटनाओं के बाद हमेशा सुनामी चेतावनियों के प्रति सतर्कता बनाए रखना जरूरी होता है।
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JMA ने अब यह भी कहा है, कि वे इस भूकंप और उसके साथ जुड़ी घटनाओं का अध्ययन कर रहे हैं, ताकि भविष्य में होने वाली किसी बड़ी आपदा को रोकने के उपायों पर तुरंत विचार किया जा सके,

भूकंप के तुरंत बाद Tsunami चेतावनियां जारी करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि कई बार सुनामी लहरें बार बार आ सकती हैं . यह जपान में लोगों को तटीय क्षेत्रों से दूर रहने की हिदायत देती है। इस बार भी, जापान सरकार और मौसम विज्ञान एजेंसी ने यह सुनिश्चित करने के लिए हर कदम उठाया कि नागरिकों को पूरी जानकारी मिले और वे सुरक्षित रहें.

सारांश में, जापान में सोमवार को हुए सुनामी ने एक बार फिर सूनामी चेतावनियों को जन्म दिया, लेकिन राहत की बात यह है कि तत्काल कोई बड़ी क्षति नहीं हुई, फिर भी, जापान के लोग व सरकारी एजेंसियां इस आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, और सुनामी चेतावनियों की गंभीरता को समझते हुए एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.
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